कांग्रेस का 140वां स्थापना दिवस, खरगे ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस के 140वां स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, संविधान, लोकतंत्र और जनता के अधिकार खतरे में हैं। उन्होंने जल, जंगल और जमीन के संरक्षण पर भी चिंता जताई और मनरेगा सहित अन्य नीतियों पर सरकार की आलोचना की।

कांग्रेस ने 28 दिसंबर 1885 को मुंबई में स्थापना पाई थी और इस साल पार्टी का 140वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं और मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं और जन अधिकारों को कमजोर कर रही है। खरगे ने जल, जंगल और जमीन के संरक्षण को लेकर भी चिंता व्यक्त की।
कांग्रेस स्थापना दिवस समारोह
कांग्रेस का ध्वजारोहण समारोह इंदिरा भवन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। खरगे ने कांग्रेस के 140 साल के इतिहास और योगदान को याद करते हुए कहा कि पार्टी हमेशा भारतवासियों के कल्याण, सशक्तिकरण और समावेशी विकास के लिए काम करती रही है।
खरगे का मोदी सरकार पर तीखा हमला
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने कांग्रेस की तरफ से बनाई गई संस्थाओं को कमजोर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने मनरेगा को नष्ट किया, फर्जी आंकड़ों का खेल खेला और पूंजीपतियों के लिए कानून बनाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जल-जंगल-जमीन खतरे में हैं और जनता के अधिकारों को छिनने की कोशिश की जा रही है।
UPA सरकार और कांग्रेस की उपलब्धियां
खरगे ने याद दिलाया कि जब सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थीं और डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब सरकार ने RTI, RTE, खाद्य सुरक्षा, MGNREGA, वन अधिकार और भूमि अधिग्रहण कानून जैसे महत्वपूर्ण कानून बनाए। इन नीतियों ने लोगों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
कांग्रेस का दृष्टिकोण और इतिहास
खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा समाज को आगे बढ़ाने की सोच रखी है। उन्होंने बताया कि 62 सालों तक करोड़ों कांग्रेसियों ने संघर्ष किया, जेल गए और देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। कांग्रेस का सौभाग्य है कि देश की कई प्रमुख हस्तियां पार्टी से जुड़ी रहीं। महात्मा गांधी के नेतृत्व में गरीब और किसान संघर्ष करते रहे और आजादी दिलाने में अहम योगदान दिया।
संविधान और लोकतंत्र के लिए चिंता
खरगे ने कहा कि आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं। RSS और बीजेपी नेताओं ने देश के संविधान, तिरंगा झंडा और वंदे मातरम को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जनता सतर्क नहीं रही तो जल, जंगल और जमीन सहित अन्य संसाधनों पर गंभीर खतरा मंडरा सकता है।
कांग्रेस ने 28 दिसंबर 1885 को मुंबई में स्थापना पाई थी और इस साल पार्टी का 140वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं और मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं और जन अधिकारों को कमजोर कर रही है। खरगे ने जल, जंगल और जमीन के संरक्षण को लेकर भी चिंता व्यक्त की।
कांग्रेस स्थापना दिवस समारोह
कांग्रेस का ध्वजारोहण समारोह इंदिरा भवन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। खरगे ने कांग्रेस के 140 साल के इतिहास और योगदान को याद करते हुए कहा कि पार्टी हमेशा भारतवासियों के कल्याण, सशक्तिकरण और समावेशी विकास के लिए काम करती रही है।
खरगे का मोदी सरकार पर तीखा हमला
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने कांग्रेस की तरफ से बनाई गई संस्थाओं को कमजोर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने मनरेगा को नष्ट किया, फर्जी आंकड़ों का खेल खेला और पूंजीपतियों के लिए कानून बनाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जल-जंगल-जमीन खतरे में हैं और जनता के अधिकारों को छिनने की कोशिश की जा रही है।
UPA सरकार और कांग्रेस की उपलब्धियां
खरगे ने याद दिलाया कि जब सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थीं और डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब सरकार ने RTI, RTE, खाद्य सुरक्षा, MGNREGA, वन अधिकार और भूमि अधिग्रहण कानून जैसे महत्वपूर्ण कानून बनाए। इन नीतियों ने लोगों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
कांग्रेस का दृष्टिकोण और इतिहास
खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा समाज को आगे बढ़ाने की सोच रखी है। उन्होंने बताया कि 62 सालों तक करोड़ों कांग्रेसियों ने संघर्ष किया, जेल गए और देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। कांग्रेस का सौभाग्य है कि देश की कई प्रमुख हस्तियां पार्टी से जुड़ी रहीं। महात्मा गांधी के नेतृत्व में गरीब और किसान संघर्ष करते रहे और आजादी दिलाने में अहम योगदान दिया।
संविधान और लोकतंत्र के लिए चिंता
खरगे ने कहा कि आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं। RSS और बीजेपी नेताओं ने देश के संविधान, तिरंगा झंडा और वंदे मातरम को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जनता सतर्क नहीं रही तो जल, जंगल और जमीन सहित अन्य संसाधनों पर गंभीर खतरा मंडरा सकता है।











